


रोशनी नादर एचसीएल टेक्नोलॉजी के फाउंडर शिव नादर की बेटी हैं. जो रातोंरात सिर्फ भारत की ही नहीं बल्कि एशिया की सबसे अमीर बिजनेसवुमेन बन गईं. ये उपलब्धि उन्होंने अपने पिता की वजह से हासिल की है. जिन्होंने अपनी 47 फीसदी हिस्सेदारी गिफ्ट के तौर पर अपनी बेटी रोशनी नादर मल्होत्रा को सौंप दी है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर पिता से गिफ्टी में कंपनी की मोटी हिस्सेदारी मिलने के बाद रोशनी नादर की नेटवर्थ कितनी हो गई है.
एशिया की सबसे अमीर बिजनेसवुमेन
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स डेटा के अनुसार, एचसीएल ग्रुप के फाउंडर, शिव नादर से हाल ही में 47 फीसदी हिस्सेदारी मिलने के साथ रोशनी नादर मल्होत्रा कंपनी में सबसे बड़ी शेयर होल्डर बन गई है. इसके अलावा वो ना सिर्फ भारत की तीसरी सबसे अमीर भारतीय बन गई हैं. इसके अलावा भारत और एशिया की सबसे अमीर बिजनेसवुमेन भी बन गई है. आपको जानकर हैरानी होगी कि रोशनी ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार दुनिया की 5वीं सबसे अमीर महीला भी बन चुकी हैं. पिता से कंपनियों की बड़ी हिस्सेदारी हासिल करने के बाद दुनिया के अरबपतियों की दुनिया में एंट्री करना रोशनी नादर के लिए बड़ी बात है.
बनीं सबसे बड़ी शेयर होल्डर
उत्तराधिकार योजना के तहत एचसीएल टेक के फाउंडर शिव नादर ने एचसीएल कॉर्पोरेशन और वामा दिल्ली जैसी प्रमोटर संस्थाओं में अपनी 47 फीसदी हिस्सेदारी अपनी बेटी को गिफ्ट में दी है. एक बार गिफ्ट डीड ट्रांसफर पूरा हो जाने के बाद, वह एचसीएल कॉर्प और वामा पर मैज्योरिटी कंट्रोल हासिल कर लेंगी. जिससे वह एचसीएल इंफोसिस्टम्स और एचसीएलटेक में सबसे बड़ी शेयर होल्डर बन जाएगी. अब मौजूदा समय में रोशनी नादर के पास दोनों कंपनियों में कुल हिस्सेदारी 57 फीसदी से ज्यादा हो गई है.
अंबानी और अडानी के बाद रोशनी
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार मुकेश अंबानी 88.1 बिलियन डॉलर की कुल संपत्ति के साथ भारत और एशिया के सबसे अमीर भारतीय बने हुए हैं. इसके बाद गौतम अडानी 68.9 बिलियन डॉलर के साथ दूसरे स्थान पर हैं. रोशनी नादर मल्होत्रा को अपनी हिस्सेदारी ट्रांसफर करने से पहले शिव नादर 35.9 बिलियन डॉलर के साथ तीसरे स्थान पर थे. अब उनकी जगह पर रोशनी नागर इस पोजिशन को हासिल कर लेंगी.